बिहार का सुनहरा इतिहास
- दुनिया का सबसे पहला गणराज्य बिहार के वैशाली में स्थापित किया गया था।
- 2600 साल पहले बिहार को सबसे ज्यादा शांतिप्रिय यानी अहिंसा प्रिय भूमि कहा जाता था। बोधगया और पावापुरी में लोग शांति प्राप्त करने के लिये आते थे और आज भी आते हैं।
- भारत के चार महान राजा इसी राज्य से थे- समुद्र गुप्त, सम्राट अशोक, राजा विक्रमादित्य और चंद्रगुप्त मौर्य।
- पुरातन काल में संस्कृति और सत्ता के बारे में अध्ययन करने के लिये दुनिया भर से लोग यहां आया करते थे।
- भारतीय सभ्यता की असली तस्वीर पाटलीपुत्र से ही उभरी थी।
- नालंदा विश्वविद्यालय दुनिया का सबसे पुराना विश्वविद्यालय है।
- बौद्ध और जैन धर्मों के अलावा सिख धर्म की जड़ें भी यहां से जुड़ी हैं। गुरुगोविंद सिंह का जन्म पटना में हुआ।
- पुरातन काल में बिहार देश की व्यापारिक राजधानी हुआ करती थी। तब देश का 40 फीसदी व्यापार सिर्फ मगध, वैशाली, मिथिला, विदेहा, अंग, साक्य प्रदेश, विज्जी, जनका से हुआ करता था।
- 80 के दशक तक बिहार के मिथिलांचल में श्रीराम को भगवान नहीं माना जाता था। हालांकि अब कुछ लोग यहां भगवान राम की पूजा करने लगे हैं।
- विवाह पंचमी यानी, जिस दिन भगवान राम और सीता की शादी हुई थी, उस दिन मिथिलांचल के लोग शादी नहीं करते। उनका मानना है कि ऐसा करने से कन्या ससुराल में खुश नहीं रहेगी।
- बिहार के मिथिलांचल में कुछ जगहों पर ऐसा रिवाज है, जिसके अंतर्गत शादी के बाद दुल्हन के पैर दूल्हा धोता है। ऐसा दुल्हन को विशेष सम्मान देने के लिये किया जाता है।
- विश्व स्तर पर हुए जियोग्राफिकल एवं एग्रीकल्चरल सर्वे के अनुसार पूरे विश्व में सबसे ज्यादा उपजाऊ जमीन बिहार की ही है।
No comments:
Post a Comment